40 प्रतिशत माता – पिता बच्चों को खांसी / ठंड की दवा देते है जो नहीं देनी चाहिए

अप्रैल 26, 2013
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बच्चों के स्वास्थ्य पर नए यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन राष्ट्रीय सर्वेक्षण सरवे के अनुसार लाखों माता – पिता 4 साल से कम उम्र के बच्चों को लेबल चेतावनी की उपेक्षा कर सामान्य दवायें देते हैं

एन आर्बर, – बच्चों को हर साल कम से कम पांच से 10 जुकाम लगते हैं, तो यह आश्चर्य की बात नहीं है कि माता – पिता अक्सर उनके राहत के लिए खांसी और सर्दी की दवायें देते है। लेकिन यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन के एक नये सर्वेक्षण से पता चलता है कि कई बार बच्चों को वो दवाएं दी जाती हैं जो उंहे इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

40 प्रतिशत से अधिक माता – पिता ने 4 साल से कम उम्र के बच्चों को खांसी की दवा या बहु लक्षण खांसी और ठंड दवा देने की सूचना दी, यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन माट बच्चों के अस्पताल ने नवीनतम राष्ट्रीय सर्वेक्षण में पाया। पच्चीस प्रतिशत ने उन बच्चों डीकन्जेस्टन्ट दिया।

2008 में, संघीय खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने इन दवाओं को शिशुओं और 2 साल से छोटे बच्चों में इस्तेमाल करने से मना किया था। इस सलाह के अनुसार यह छोटे बच्चों के लिए कारगर साबित नहीं किया गया है और इसके गंभीर दुष्प्रभाव हो सकते है, मैथ्यू एम. डेविस, एमडी, MAPP, सीएस माट बच्चों के अस्पताल के राष्ट्रीय सर्वेक्षण के निदेशक कहते हैं।

एफडीए के जवाब में, इन खांसी और ठंड उत्पादों के निर्माताओं ने 2008 मे दवाओं के लेबल बदल दिये थे कि यह 4 साल से कम उम्र के बच्चों को नही दिया जाना चाहिए।

“इन उत्पादों से संक्रमण समय कम नहीं होता है और दुरुपयोग से गंभीर नुकसान हो सकता है,” डेविस कहते हैं। अक्सर इन उत्पादों को ‘बच्चों की’ दवा के रूप में प्रमुखता दिया जाता हैं जो भ्रामक हो सकता है। जानकारी अक्सर डिब्बे के पीछे छोटे प्रिंट में होती हैं जहाँ माता पिता निर्देश पढं का पता लगा सकते है,” डेविस ने कहा।

इन दवाओं के साइड इफेक्ट में एलर्जी, बढ़ा हुआ या असमान दिल का दर, उनींदापन या अनिद्रा, धीमी और उथली श्वास, भ्रम या मतिभ्रम, आक्षेप, मतली और कब्ज शामिल हो सकते हैं।

सर्वेक्षण ने पाया कि चार और कम उम्र के बच्चों में खांसी और सर्दी की दवाओं के प्रयोग माता पिता के लिंग, जाति / जातीयता द्वारा या घरेलू आय से प्रभािवत नहीं था।

“इस तरह के उत्पाद वयस्कों के लिए काम कर सकते हैं, और माता पिता सोचते हैं कि यह बच्चों की मदद भी कर सकता है। लेकिन जो बडों के लिए अच्छा है हमेशा बच्चों के लिए अच्छा नहीं होता है, “डेविस ने कहा।

डेविस कहते हैं कि माता – पिता को हमेशा निर्देश पढ़ना चाहिये और अपने बच्चों का चिकित्सक या स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से इन दवाओं के बारे में सवाल करना चाहिये।

“बच्चों अक्सर जुकाम जैसे लक्षणों से पीड़ित रहते हैं, इसलिए इन दवाओं की सुरक्षा और प्रभावकारिता का परीक्षण के लिये अधिक अनुसंधान की ज़रूरत हैं,” डेविस ने कहा।

प्रसारण के लिये वीडियो अनुरोध पर उपलब्ध है. यहाँ वीडियो देखें: http://www.youtube.com/watch?v=jRkQf1OUGJs

वेबसाइट: पोल की नई वेबसाइट की जाँच करें – MottNPCH.org। यहाँ आप 70 NPCH रिपोर्टों को ब्राउज़ कर सकते हैं, भविष्य के विषयों के चुनाव के लिए सुझाव दे सकते हैं, सर्वेक्षण में अपने विचार दे सकते हैं, और लोकप्रिय विषयों पर जानकारी देख सकते हैं। राष्ट्रीय सर्वेक्षण बच्चों के स्वास्थ्य टीम आपकी प्रतिक्रिया अौर सुझाव का स्वागत करता है। प्रतिक्रिया ई – मेल करने के लिए – NPCH@med.umich.edu

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उद्देश्य / अनुदान: सीएस माट बच्चों के अस्पताल का राष्ट्रीय सर्वेक्षण – मिशिगन विश्वविद्यालय में बाल स्वास्थ्य मूल्यांकन और रिसर्च यूनिट पर आधारित है और बाल रोग और संचारी रोग और मिशिगन स्वास्थ्य प्रणाली विभाग द्वारा वित्त पोषित है। यह अमेरिका के बच्चों के प्रमुख स्वास्थ्य देखभाल के मुद्दों का मूल्यांकन करता हैं।

निवर्सिटी ऑफ मिशिगन राष्ट्रीय सर्वेक्षण सरवे के निष्कर्ष जांचकर्ताओं के राय या विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।