मोटापे से ग्रस्त बच्चों में कोहनी की चोट अौर सर्जरी जटिलताओं का खतरा अधिक
एन आर्बर – जब मोटे बच्चों गिर कर कोहनी की चोट से पीड़ित होते हैं तो सामान्य बच्चों की तुलना में उनमें सर्जरी के बाद अधिक से अधिक जटिलताएं हो सकती है , एक नए अध्ययन का कहना है।
ओबीस बच्चों में अकसर ऊपर कोहनी में फ्रैक्चर( जिसे Supracondylar कंधे में फ्रैक्चर कहा जाता है) का अधिक खतरा होता हैं जिससे हड्डी, जॉइन्ट, अौर नस को क्षति पहुँच सकती अौर यह दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याओं के लिए सेट अप हो सकता हैं , अध्ययन कहता हैं।
यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिशिगन स्वास्थ्य प्रणाली द्वारा निष्कर्ष अस्थि और जॉइन्ट सर्जरी के जर्नल के फरवरी अंक में प्रकाशित हुआ।
चीन , भारत अौर लैटिन अमेरिका में यह एक बढ़ती हुई समस्या है। अमेरिका में बच्चों में मोटापा पिछले 25 वर्षों में चार गुना हो गया है।
” खेल के मैदान में खेल रहे बच्चें जब फैलाया हुआ हाथ पर गिरते हैं तो ओबीस बच्चों के लिये यह समस्या जनक हो सकता हैं , ” शोध की वरिष्ठ लेखक मिशेल एस Caird , एमडी कहती हैं, जो यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिशिगन मेडिकल स्कूल के आर्थोपेडिक सर्जरी विभाग में सहायक प्रोफेसर हैं ।
कारण अभी भी स्पष्ट नहीं हैं , लेकिन कुछ अध्ययन सुझाते हैं कि अधिक फैट वाले आहार आंतों में कैल्शियम के अवशोषण में हस्तक्षेप कर हड्डियों को अधिक कमजोर बना सकते है।
“बच्चों की हड्डियों को मजबूत बनाने के लिये यह जरूरी है कि उन्हें पहले से उचित मात्रा में एक्सर्साइज़ मिले। “
यह इस प्रकार पर मोटापे का फ्रैक्चर पर प्रभाव आकलन करने वाला पहला अध्ययन माना जा रहा है। इस तरह के अध्ययन ने दिखाया है कि फीमर ( या जांघ की हड्डी ) के टूटने पर ओबीस बच्चों मे बड़ी सर्जरी की जरूरत की संभावना अधिक होती है और सामान्य बच्चों की तुलना में उनमें अधिक जटिलताओं हो सकती है।
अतिरिक्त लेखक : मार्क ए Seeley , एमडी, योएल जे Gagnier , एन डी , एमएससी , पीएच.डी. , रॉबर्ट एन Hensinger , एमडी, केली एल VanderHave , एमडी, एमएस , फ्रांसिस ए फ़ार्ले , एमडी , सब यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिशिगन ।