रॉस बिजनेस स्कूल के छात्रों को रेड्डी ने सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखने के लिए कहा

मई 14, 2015
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रॉस बिजनेस स्कूल में जीवी संजय रेड्डी. रेडिट मंदिरा बैनर्जीरॉस बिजनेस स्कूल में जीवी संजय रेड्डी. रेडिट मंदिरा बैनर्जीएन आर्बर – प्रभावशाली भारतीय बिजनेसमेन जी वी संजय रेड्डी ने १ मई २०१५ को रॉस बिजनेस स्कूल के स्नातक छात्रों और शिक्षकों को संबोधित किया।

जीवी संजय रेड्डी ने, जो खुद रॉस के पूर्व छात्र रहे हैं (’89 एमबीए), एन आर्बर के हिल ऑडिटोरीअम में स्नातक छात्रों और शिक्षकों को संबोधित किया।

रेड्डी जीवीके ग्रुप के वाइस चेयरमैन हैं जिसके भारत में हवाई अड्डें, ऊर्जा, परिवाहन, संसाधन, रेआल एस्टेट, आतिथ्य और जीवन विज्ञान की कम्पनियाँ है। जीवीके कम्पनी भारत के सबसे बड़े निजी एयरपोर्ट ऑपरेटर हैं और इसके पीछे इनका हाथ हैं। इनकी कम्पनी ने हाल ही में भारत के सबसे व्यस्त दो हवाई अड्डों — मुंबई और बेंगलुरु — का रीडिज़ाइन किया जहाँ प्रति वर्ष 50 लाख से अधिक यात्री आते हैं।

यहाँ इनके भाषण से कुछ अंश प्रस्तुत हैं:

“मेरा जीवन मिशिगन में शुरू हुआ और आज मैं जो कर रहा हूँ, उसमे इस संस्थान का बहुत बडा हाथ है। जब मुझे मिशिगन रॉस में दाखिला मिला, मेरा पहला बड़ा सपना सच हो गया। मेरे जीवन में पहली बार मैं साधारण से असाधारण बन गया।”

“मिशिगन में मेरे सीके प्रहलाद, जैसे कई अद्भुत प्रोफेसर थे। उन्होंने मुझे सिखाया कि कुछ भी संभव हो सकता हैं और मुझे लगातार अपने सीमा से आगे सोचने की प्रेरणा दी। “

“हमारा सबसे पारितोषिक काम जीवीके ईएमआरआई हैं जो हमारी मुफ्त एम्बुलेंस सेवा है। हमारे १२,००० एंबुलेंस, २,००,००० कॉल संभालते है और प्रति दिन २०,००० आकस्मिक स्थितियों में मदद करते है। हर रोज हम ७०० लोगों की जान बचाते है और ३०० बच्चों के जन्म में मदद करते है। परिप्रेक्ष्य के लिये मिशिगन के पूरे राज्य में प्रत्येक दिन इतने बच्चें पैदा होते है।”

“दुनिया में बहुत असमानता है और मिशिगन यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रों का नेटवर्क पूरी दुनिया में सबसे बड़ा है। हमें एक साथ मिलकर एक अधिक समान दुनिया बनाना चाहिये।”

“एक विश्वविद्यालय की डिग्री या प्रशिक्षण या अपने वर्ग के शीर्ष आने पर आपको अपनी मंजिल नही मिलेगी; आप को जरूरत है एक सकारात्मक रवैया। हर स्थिति में, जो कितनी भी मुश्किल हो, हमेशा सकारात्मक दृष्टिकोण को बनाए रखे। इससे आपकी ज़िंदगी अकल्पनीय मायनों में बदल जाएगी।”