क्या बेवफा को माफ कर किया जा सकता हैं लेकिन खेल में धोखा देने वाले को नहीं?

जनवरी 30, 2015
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टाइगर वुड्स: वाम पर चित्र। सही पर चित्र: लांस आर्मस्ट्रांगएन आर्बर: खेलप्रेमियों और नाइकी जैसे प्रायोजकों ने लांस आर्मस्ट्रांग को क्यों गिरा दिया लेकिन टाइगर वुड्स को माफ कर दिया? क्योंकि शायद आर्मस्ट्रांग ने खेल में उनके साथ धोखा किया था जबकि वुड्स अपने विवाहेतर संबंधों के लिये रूसवा हुए।

मिशिगन यूनिवर्सिटी की डॉक्टरेट छात्रा जून सुंग ली द्वारा िकये गए शोध के अनुसार खेलप्रेमी और उपभोक्ता खिलाड़ी के खेल में प्रदर्शन और नैतिक आचरण को अलग करके देखते हैं। वो बुरे व्यवहार को माफ कर सकते हैं लिकिन खेल में दगा वे बर्दाश्त नहीं करते।
पूर्व टूर दे फ्रांस चैम्पियन आर्मस्ट्रांग के मामले में ऐसा ही देखा गया जिसे kinesiology स्कूल के सहायक प्रोफेसर दाय ही क्वाक ने नैतिक कप्लिंग कहा। । डोपिंग मामले में उनके खिताब छीने जाने के बाद उनके कैरियर पर असर पड़ा और नाइकी ने उन्हें हटा दिया।

वहीं शीर्ष गोल्फर वुड्स विवाहेतर संबंधों के कारण न्यूज़ में थे। लिकिन यह पर्फॉर्मन्स से नही जुडा था अौर खेलप्रेमी और उपभोक्ता ने उसके आचरण को अलग करके देखा, शोधकर्ताओं ने कहा। इससे उनके कैरियर पर बहुत असर नहीं पड़ा और नाइके ने भी उनका प्रायोजन जारी रखा।
वुड्स जब वापिस नंबर 1 हुये तो नाइकी ने एक विपणन अभियान आरंभ किया जिसमें वुड्स अपने क्लब पर झुक कर, गोल्फ कोर्स पर घुटना टेककर और एक ऑफ कैमरा शॉट पर नजर गड़ाए हुए है। फोटो पर वुड्स का ट्रेडमार्क उद्धरण था: “जीत सब संभाल लेता है।
“हमारे फाइन्डिंगज़ के अनुसार, नाइके का फैसला स्मार्ट था,” क्वाक ने कहा।
यह उपभोक्ता के लिये कीमती इन्फॉर्मैशन हैं।
शोधकर्ता दल में शामिल दाए ही क्वाक ने कहा, ‘इन दो मामलों से हमें खेलप्रेमियों के बर्ताव का पता चला है. प्रायोजक भी सोशल मीडिया या सर्वे के जरिये उनका रूख पता करते हैं और तय करते हैं कि अमुक खिलाड़ी के साथ रिश्ता बरकरार रखना है या नहीं।’
शोधकर्ताओं ने प्रतिभागियों के सामने अलग- अलग एथलीट कांड के परिदृश्य प्रस्तुत किये। एक डोपिंग कांड में पूछने पर 59 प्रतिशत प्रतिभागियों ने नैतिक आचरण रणनीति चूज कर एथलीट को नकारात्मक रूप में देखा। दूसरे धोखाधड़ी के घोटाले में जो खेल में प्रदर्शन से जुडा नही हैं, केवल 28 प्रतिशत ने नैतिक आचरण चयनित कर नकारात्मक एथलीट देखा।

इसका मतलब है कि एथलीटों को बेवफाई, अवैध या हिंसक व्यवहार पर मुफ्त पास मिलता है?

बिल्कुल नहीं, क्वाक ने कहा। प्रोक्टर एंड गैंबल ने एनएफएल घोटालों के बाद स्तन कैंसर से संबंधित प्रायोजन खींच लिया।

टीम या खिलाड़ी के साथ मनोवैज्ञानिक लगाव यहाँ एक भूमिका निभा रहा है और शोधकर्ता इस प्रशंसक पहचान के प्रभाव की जांच कर रहे हैं।

अध्ययन व्यावसायिक नैतिकता के जर्नल में छपा।

 

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