काम पर सोना? यह कर देगा कई मुश्किलें आसान
एन आर्बर: काम पर अपनी उत्पादकता बढ़ाने के लिये कर्मचारियों को एक झपकी लेनी चाहिये — यह एक अच्छी बात हो सकती हैं।
जी हाँ, एक ताजा शोध के अनुसार ऑफिस में हल्की सी झपकी प्रोडक्टिविटी को बढ़ाती है। यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन के शोधकर्ताओं ने पाया है कि ऑफिस घंटों के दौरान छोटी सी झपकी गुस्से को काबू करती है तथा सहनशीलता को बढ़ाती है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि झपकी कार्यस्थल में सुरक्षा को बढ़ाने के लिए प्रभावी और आसान रणनीति हो सकती हैं। दूसरे शब्दों में कार्यस्थल में कर्मचारियों को दिये गये विस्तारित ब्रेक टाइम या झपकी के लिये जगह से प्रोडक्टिविटी को बढ़ावा मिल सकता है।
यह आम होता जा रहा है कि आजकल लोग पूरी रात नहीं सो पाते हैं। इससे व्यक्ति के ध्यान और स्मृति पर प्रभाव पडता है, और साथ ही थकान भी बढ़ जाता हैं।
शोध में 18-50 साल की उम्र के 40 प्रतिभागियों को शामिल किया गया। टेस्ट से पहले उन्होंने लगातार तीन रातों की नींद ली थी।
प्रयोगशाला में, उन्होंने कंप्यूटर टास्क पूरा किया तथा नींद, मूड और आवेग के बारे में सवालों के जवाब दिए।
इसके बाद कुछ को 60 मिनट की झपकी और कुछ को प्रकृति वीडियो देखने का मौका मिला। पुन: उनको कंप्यूटर पर टास्क पूरा करना पडा।
शोधर्काओं ने पाया कि टेस्ट के दौरान जिन लोगों ने झपकी ली, थी उनमें आवेग का स्तर कम देखा गया। वहीं झपकी न लेने वालों में सहनशीलता का स्तर कम था।
पिछले नींद पर किये गये अनुसंधान और इस नवीनतम अध्ययन के परिणामों से संकेत मिलता है कि एक विस्तारित अवधि के लिए जागते रहने से भावनात्मक प्रतिक्रिया पर नकारात्मक प्रभाव पड सकता हैं, जैनिफर गोल्ड स्किम्ड, अध्ययन की प्रमुख लेखिका ने कहा।
“हमारे परिणाम से पता चलता है कि झपकी उन व्यक्तियों के लिए एक लाभकारी हस्तक्षेप हो सकती है जिंहे लंबी समय के लिए जागना पडता है। इससे मुश्किल या नकारात्मक कार्यों मे दृढ़ रहने करने की क्षमता बढ़ जाती है,” गोल्ड स्किम्ड ने कहा, जो मनोविज्ञान विभाग में डॉक्टरेट की छात्रा हैं ।
अध्ययन के लेखकों में फिलिप चेंग, कॅथ्रीन केम्प, लॉरेन केकमो, जूलिया रॉबर्ट्स और पेट्रीसिया डेलडिन भी शामिल हैं।
यह शोध “पर्सनैलिटीव ऐन्ड इन्डविजवल डिफ्रन्स” जर्नल के वर्तमान ऑनलाइन अंक में प्रकाशित हुआ हैं।
अधिक जानकारी:
जेनिफर गोल्ड स्किम्ड
इम्पल्सिव या निराश लग रहा है? एक झपकी ले लें