नाक, गले के कुछ जीवाणुओं से फ्लू होने की संभावना बेहद कम

जनवरी 21, 2019
Written By:
Mandira Banerjee
Contact:
  • umichnews@umich.edu

नाक, गले के कुछ जीवाणुओं से फ्लू होने की संभावना बेहद कम

एन आर्बर- एक ऐसी गोली लेने की कल्पना करें जो आपको फ्लू अौर निमोनिया जैसे माध्यमिक संक्रमण से बचा सके।

मिशिगन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि उन्होंने नाक और गले के बैक्टीरिया के एक समूह की पहचान करके पहला कदम उठाया है, जिससे फ्लू होने की संभावना कम होगी।

“यू-एम स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ में महामारी विज्ञान की प्रोफ़ेसर अौर शोध की प्रमुख लेखक बेट्सी फॉक्समैन ने कहा,” क्षमता वास्तव में बहुत है, लेकिन हमारे शरीर पर रहने वाले रोगाणुओं को सफलतापूर्वक रोग को रोकने के लिए काफी कुछ सीखने की आवश्यकता है। मुझे अपने रोगाणुओं के साथ काम करना पसंद है क्योंकि हम एंटीबायोटिक्स जैसे उपचारों को संरक्षित कर सकते है। ”

शोधकर्ताओं ने नाक व गले के जीवाणुओं के नमूनों की जांच की और जीवाणु की पहचान करने के लिए डीएनए सीक्वेंसिंग का इस्तेमाल किया। शोधकतार्ओं ने सभी नमूनों में जीवाणु संरचना का विश्लेषण कर जीवाणुओं के पांच समूहों का पता लगाया।

इसके बाद उन्होंने उम्र, तंबाकू, बडा घर और फ्लू के टीकाकरण जैसे कारणो को अलग करके देखा कि किसी क्लस्टर के व्यक्ति को इन्फ्लूएंजा होने की अधिक या कम संभावना है

“हमने देखा कि किसके कौन सा क्लस्टर था और क्या इससे कोई फर्क पड़ता है कि क्या उन्हें इन्फ्लूएंजा हुआ है या नही” फॉक्समैन ने कहा। उन्होंने कहा कि “यह इसके बारे में रोचक बात है कि यह हमें बताता है कि अगर आपके भीतर इन जीवाणुओं का समुदाय है तो आपको फ्लू होने की संभावना बहुत कम है। यह एक बड़ी खबर है, क्योंकि ऐसा पहले नहीं देखा गया। है।”

यह सवालों का एक नया सेट लाता है, उसने कहा।

फॉक्समैन का कहना है कि इस विषय की जांच पर उसके पास कई सुझाव हैं। वह उम्मीद करती है कि इसी तरह के अध्ययन एक अलग आबादी में किए जा सकते हैं और संभवतः माध्यमिक जीवाणु संक्रमण के लिए लंबे समय तक उनको फालो किया जा करता हैं।

फॉक्समैन और गॉर्डन के अलावा, लेखकों में यू-एम स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के क्यू हान ली, सोफिया एनजी और केर्बी शेडडेन; Centro de Salud Sócrates फ़्लोरेस विवास की Guillermina Kuan; स्वास्थ्य मंत्रालय और सतत विज्ञान संस्थान, मानागुआ, निकारागुआ; और सस्टेनेबल साइंसेज इंस्टीट्यूट के एंजेल बालामासदा और नेशनल वायरोलॉजी लेबोरेटरी; सेंट्रो नैशनल डी डायग्नोस्टिकिको रेफरेंशिया; अौर स्वास्थ्य मंत्रालय, निकारागुआ शामिल थे।

 

अधिक जानकारी: