बच्चों की शैक्षिक सफलता में मां की शिक्षा महत्वपूर्ण

  

स्नातक टोपी और गाउन पहने माँ और बच्चे। (शेयर छवि)एन आर्बर- यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिशिगन के शोधकर्ताओं ने एक नए शोध में पाया है कि कम उम्र में मां बनी महिलाओं की अपेक्षा देर से मां बनने वाली शिक्षित महिलाओं के बच्चें गणित व बाकी पढ़ाई में ज्यादा तेज होते हैं।

मिशिगन यूनिवर्सिटी में मनोविज्ञान की शोधकर्ता सैंड्रा टैंग ने कहा कि शोध दर्शाता है कि 19 वर्षीया माताओं के बच्चों ने आमतौर पर उच्चा उपलब्धियों के साथ किंडरगार्टन में प्रवेश किया। 18 या उससे कम उम्र की माताओं के बच्चाों की अपेक्षा इन माताओं के बच्चों ने आठवीं कक्षा तक गणित और बाकी पढ़ाई में अच्छे नंबर लेना जारी रखा।

“ये नतीजे इस बात के पक्ष में दमदार साबूत देते हैं कि कम उम्र में मां बनना अगली पीढ़ी की उपलब्धि पर एक स्थायी नकारात्मक असर डालता है,” टैंग ने कहा।

यह नकारात्मक परिणाम ना केवल माँ के किशोर अवस्था के बच्चे को प्रभावित करता हैं, बल्कि बाद के बच्चों पर भी इसका असर पडता हैं।

पामेला डेविस-कीन, जो एसोसिएट मनोविज्ञान की प्रोफेसर और सामाजिक अनुसंधान और मानव विकास अनुसंधान में एसोसिएट प्रोफेसर हैं कहती हैं कि शोध में अच्छी और बुरी खबर हैं।

अच्छी खबर यह हैं की बच्चे होने के बाद अपनी शिक्षा जारी रखने वाली किशोर माताओं के बच्चें पढ़ाई में उन बच्चों की तुलना में बेहतर करते हैं जिनकी किशोर माताओं ने पढ़ाई छोड दिया।

“कम उम्र की माताओं के बच्चो कभी भी उन बच्चों की उपलब्धियों तक नहीं पहुंच पाते, जो अपनी पढ़ाई पूरी करने वाली माताओं से जन्मे,” प्रोफेसर पामेला डेविस-कीन ने कहा। “इस समूह में कम उपलब्धि का रिस्क है।”

अध्ययन का डेटा बचपन अनुदैर्ध्य अध्ययन-किंडरगार्टन कोहॉर्ट से लिया गया जो बच्चों के राष्ट्रीय प्रतिनिधि का नमूना हैं। इन बच्चोँ ने 1998 में किंडरगार्टन में प्रवेश िकया और 2007 के वसंत तक इनको इन्टर्व्यू गया है।

14,279 मामलों में, बच्चों के गणित और पढ़ने का स्कोर, तीसरे पांचवें और आठवें ग्रेड में एकत्र किए गया।

आम तौर पर गणित अौर पढ़ाई में उपलब्धि इन बच्चों में एकही रहा। टैंग का कहना हैं कि इन किशोर माताओं को ट्रैनिंग देकर उनके बच्चों की शिक्षा को बढ़ावा दिया जा सकता हैं।

ट्रेन्ड दिखाता हैं कि किशोर मांअों में उच्च विद्यालय और कॉलेज पूरा करने का दर बहुत कम होता है।

अध्ययन के अन्य लेखकों में Meichu चेन, ISR के समूह डाइनैमिक्स रिसर्च सेंटर में शोधकर्ता, और होली सेक्सटन, जो टेक्सास विश्वविद्यालय में शोधकर्ता हैं, भी शामिल हैं।

यह शोध जर्नल ऑफ रिसर्च ऑन एडोलसंस में प्रकाशित हुआा।

संबंधित लिंक:

अध्ययन: http://bit.ly/1zeWgLl
सैंड्रा टैंग : http://bit.ly/1yqcZKC
पामेला डेविस-कीन: http://bit.ly/1uTedAo